पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो एक बार फिर आतंकवाद की चपेट में आ गया है। सोमवार को भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने देश के उत्तर-मध्य क्षेत्र में स्थित डार्गो सैन्य अड्डे पर हमला कर दिया, जिसमें लगभग 50 सैनिक मारे गए।
कैसे हुआ हमला?
हाल के वर्षों में आतंकवाद का गढ़ बनता जा रहा बौल्सा प्रांत सोमवार को भीषण हमले का केंद्र बन गया। मोटरसाइकिल और ट्रकों पर सवार लगभग 100 आतंकवादियों ने डार्गो सैन्य अड्डे पर अचानक हमला कर दिया। उन्होंने अड्डे को चारों ओर से घेर लिया और घंटों तक भीषण गोलीबारी की, जिससे अफरा-तफरी मच गई और बड़ी संख्या में सैनिक मारे गए।
गोलीबारी के बाद, आतंकवादियों ने सैन्य अड्डे में आग लगा दी और वहाँ मौजूद हथियार, गोला-बारूद और अन्य सैन्य सामग्री लूटकर भाग गए। यह हमला देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
किस संगठन पर शक है?
इस हमले के पीछे जमात नस्र अल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) का हाथ होने का संदेह है। यह संगठन अल-क़ायदा से जुड़ा है और साहेल क्षेत्र (माली, बुर्किना फ़ासो, नाइजर) में सक्रिय है। जेएनआईएम पर पहले भी सैकड़ों नागरिकों और सैनिकों की हत्या का आरोप लग चुका है।
सरकार की ओर से प्रतिक्रिया
अभी तक, बुर्किना फ़ासो की सैन्य सरकार ने आधिकारिक तौर पर हमले की पुष्टि नहीं की है। हालाँकि, सेना द्वारा जवाबी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।