उत्तर प्रदेश में विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यभर के जर्जर स्कूल भवनों को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया है। उनके निर्देश के बाद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और हापुड़ के जिलाधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर पीडब्ल्यूडी विभाग को जर्जर भवनों का सत्यापन कर उन्हें गिराने की जिम्मेदारी दी गई है। गौतमबुद्ध नगर की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बैठक कर बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार को निर्देश दिए कि किसी भी जर्जर भवन में विद्यार्थी न बैठें। उन्होंने कहा कि पंचायत और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले जर्जर भवनों को तुरंत गिराया जाए।
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने भी जर्जर स्कूलों की सूची तैयार कर सर्वे शुरू कर दिया है। अधिकांश स्कूलों में भवन गिराने के लिए निलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जैसे ही निलामी पूरी होगी, भवनों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने बताया कि इस संबंध में सभी विद्यालयों को सर्कुलर जारी कर दिया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने जानकारी दी कि जिले में 49 स्कूल भवनों को जर्जर घोषित किया गया है। अन्य भवनों की पहचान के लिए टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कई टीमें भी इस कार्य में लगी हुई हैं।
यह अभियान ऑपरेशन कायाकल्प के तहत चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के स्कूलों के बुनियादी ढांचे को सुधारना है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि जर्जर भवनों में किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधि नहीं होनी चाहिए, और विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए।