Hydrogen Solar Panel : वर्तमान भारत सोलर सौर ऊर्जा की तरफ बढ़ रहा है ! देश में लगातार बढ़ती हुई बिजली की खपत के चलते सोलर पैनल की आवश्यकता बढ़ रही हैं ! भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में एक और क्रांतिकारी कदम उठाया गया है ! वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने मिलकर एक नई तकनीक विकसित की है ! जिसे हाइड्रोजन सोलर पैनल कहा जा रहा है ! यह तकनीक परंपरागत सोलर पैनल से एक कदम आगे बढ़कर सूर्य की रोशनी से सीधे ब्रायन हाइड्रोजन बनती है जो एक साफ और टिकाऊ ईंधन है !
2025 में हाइड्रोजन सोलर पैनल के जरिए अब अंधेरे में भी बिजली बनाई जा सकेगी ! इस सोलर के जरिए बैटरी का जनरेट भी खत्म हो जाएगा ! क्योंकि बिजली स्टोरेज की समस्या का हाल इस सोलर पैनल के साथ ही मिलने वाला है ! हाइड्रोजन सोलर पैनल एक ऐसी तकनीक है जो आने वाले वर्ष वर्षों में ऊर्जा क्रांति का आधार बन सकती है ! यह न केवल प्रदूषण मुक्त ऊर्जा प्रदान करेगी बल्कि ऊर्जा को स्टोर और ट्रांसपोर्ट करने का एक व्यावहारिक और सुरक्षित विकल्प भी बनेगी !
क्या है Hydrogen Solar Panel
हाइड्रोजन सोलर पैनल ऐसा उपकरण है जो सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करता है ! इस प्रक्रिया को फोटोइलेक्ट्रोकेमिकल वॉटर स्प्लिटिंग कहा जाता है ! अगर आसान भाषा में समझे तो यह सोलर न सिर्फ सूरज की रोशनी में बल्कि जब बारिश या घने बादल हो तब भी कार्य करता है ! इस सोलर पैनल से आपकी बिजली से जुड़ी सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगे अब एक ऐसी क्रांति आने वाली है ! जो सोलर एनर्जी को एक नए स्तर पर ले जाएगी !
Hydrogen Solar Panel तकनीक कैसे काम करती है
हम आपको बताते हैं कि यह हाइड्रोजन सोलर पैनल किस तरह से कार्य करता है ! सोलर पैनल सूरज की रोशनी को पकड़ते हैं और एक विशेष सेमीकंडक्टर तेरे पर यह रोशनी इलेक्ट्रॉन को सक्रिय करती है ! जिससे ऊर्जा पानी को दो हिस्सों में तोड़ती है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन कहलाते हैं ! उत्पन्न हाइड्रोजन गैस को संग्रहित किया जा सकता है ! जिसे ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा यह पैनल सूर्य की रोशनी का उपयोग करके न केवल बिजली उत्पन्न करते हैं ! बल्कि हवा में मौजूद नमी से पानी को अवशोषित करके इसका बिजली बनाने में इस्तेमाल करते हैं !
Hydrogen Solar Panel से होगा भारत में विकास
आने वाले इस नई तकनीक से भारत काफी विकास की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है ! भारत सरकार ने 2023 में राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन की शुरुआत की थी 2030 तक भारत का लक्ष्य 5 मिलियन तन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन करने का है ! सरकार के इस सहयोग में कुछ निजी स्टार्टअप और कंपनियां भी अपना निवेश कर रहे हैं ! जैसे रिलायंस अदानी रात में संग्रहित हाइड्रोजन को फ्यूल सेल्स के माध्यम से पुनः बिजली में परिवर्तित करने की प्रक्रिया से 24 घंटे आपको बिजली की पूर्ति आपकी बिजली की पूर्ति होती रहती है ! इसके अलावा हाइड्रोजन गैस से सभी गाड़ियां जैसे कर बस ट्रक आई थी चलाए जाते हैं !
Hydrogen Solar Panel में बैटरी की आवश्यकता क्यों नहीं पड़ेगी
अभी तक बैटरी की आवश्यकता बिजली को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल होती थी ! लेकिन नई तकनीक के हाइड्रोजन सोलर पैनल में पानी कोसिंस प्रक्रिया के जरिए गैस में बदल दिया जाता है ! जिसकी वजह से हाइड्रोजन गैस का भंडारण आसान और लंबे समय तक एकत्रित किया जा सकता है ! हाइड्रोजन को फ्यूल सेल के जरिए बिजली में बदला जा सकता है , जिससे बैटरी का झंझट खत्म हो जाएगा !
अब आपको बताते हैं कि हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत और वर्तमान में इस हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत लगभग ₹200000 से ₹3लाख रुपए प्रति किलो वाट तक होने की संभावना है ! भारत की कई बड़ी-बड़ी कंपनियों के इस योजना में निवेश करने की संभावना बताई जा रही है ! जल्द 2035 तक इसकी कीमत घटकर ₹100000 तक प्रति किलोवाट होने की उम्मीद की जा रही है !