IIT Bombay has created a special cooling paint: भारत में भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए अब महंगे एयर कंडीशनर की जरूरत नहीं पड़ेगी। देश के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक ईजाद की है जिससे आम आदमी का घर भी ठंडा रह सकता है और वो भी बिना बिजली खर्च किए। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT बॉम्बे) के वैज्ञानिकों ने एक रेडिएटिव कूलिंग पेंट विकसित किया है, जो सूर्य की गर्मी को सीधे अंतरिक्ष में परावर्तित करता है।
क्या है यह तकनीक?
इस खास तरह के पेंट को किसी भी इमारत की छत पर लगाया जा सकता है। जब यह पेंट सूरज की रोशनी में आता है, तो यह सूर्य की गर्मी को सोखने की बजाय वापस अंतरिक्ष में भेज देता है। इसकी वजह से छत के नीचे का कमरा सामान्य तापमान से 5 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा रह सकता है।
बिजली की खपत में भारी कमी
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस पेंट के इस्तेमाल से न सिर्फ घर ठंडा रहता है, बल्कि बिजली की खपत में भी 25% से 40% तक कमी आ सकती है। यह तकनीक खास तौर पर उन इलाकों के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है, जहां बहुत गर्मी पड़ती है और लोगों के पास एसी चलाने की सुविधा नहीं है।
पर्यावरण के लिए भी वरदान
यह तकनीक न केवल व्यक्तिगत स्तर पर राहत पहुंचाती है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी इसे क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। एसी और कूलर जैसे उपकरण भारी मात्रा में बिजली की खपत करते हैं और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ाते हैं। लेकिन यह रेडिएटिव कूलिंग पेंट बिना किसी ऊर्जा स्रोत के काम करता है, जिससे कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा।
आम जनता को इसका लाभ कब मिलेगा?
फिलहाल इस पेंट की परीक्षण प्रक्रिया चल रही है, लेकिन वैज्ञानिकों और औद्योगिक भागीदारों के सहयोग से उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में इसे व्यावसायिक तौर पर लॉन्च कर दिया जाएगा। IIT Bombay has created a special cooling paint
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