Naresh Tikait on Kanwar Yatra: 11 जुलाई 2025 से शुरू होने वाली वार्षिक काँवड़ यात्रा को लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने एक महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने इस धार्मिक यात्रा के दौरान ‘डाक काँवड़’ और ‘डीजे काँवड़’ पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की पुरजोर वकालत की है, साथ ही यह भी मांग की है कि यात्रा में किसी विशेष धर्म या जाति के खिलाफ आपत्तिजनक गाने न बजाए जाएँ।
नरेश टिकैत ने अपने बयान में जोर दिया, “काँवड़ यात्रा सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। लेकिन डीजे काँवड़ पर प्रतिबंध लगना चाहिए। आवाज भी तेज नहीं होनी चाहिए। देखने में आता है कि तेज आवाज और ऊँचाई से हादसे होते हैं।”
Naresh Tikait on Kanwar Yatra
उन्होंने कहा कि यह एक प्राचीन परंपरा है और इसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ उचित नहीं है। टिकैत का मानना है कि ध्वनि प्रदूषण और अत्यधिक शोरगुल न केवल दुर्घटनाओं का कारण बनता है बल्कि यात्रा के आध्यात्मिक महत्व को भी कम करता है।
उनकी यह अपील ऐसे समय में आई है जब प्रशासन भी शांतिपूर्ण और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहा है।

जिंदगी की खबर देने वाली इस News Anchor ने खुद की कहानी की खत्म, जाने पूरी खबर…
Naresh Tikait on Kanwar Yatra Statement
इसी संदर्भ में, मुजफ्फरनगर में एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा हिंदू नाम से ढाबा चलाने के विषय पर पूछे जाने पर, टिकैत ने इसे हिंदू धर्म के प्रति मुस्लिमों की सम्मान की भावना बताया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि काँवड़ यात्रा के दौरान सभी धर्मों के लोग काँवड़ियों की सेवा और सम्मान करते हैं, जो भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
नरेश टिकैत की इस अपील को काँवड़ यात्रा को उसके मूल, शांतिपूर्ण और समावेशी स्वरूप में बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। यह देखना होगा कि उनकी इन मांगों पर प्रशासन और आयोजक क्या कदम उठाते हैं।
3 साल से अकेले बंद कमरे में जी रहा था यह शख्स , खुलते ही दरवाजा सब रह गए हैरान | Anoop Kumar Nair