PEW Research Center Report: दुनिया भर में धार्मिक जनसंख्या के बदलते स्वरूप पर PEW Research Center की नई रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस्लाम अब दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म बन चुका है। 2010 से 2020 के बीच मुस्लिम आबादी में 347 मिलियन (34.7 करोड़) की वृद्धि हुई है। वहीं, हिंदू आबादी की वृद्धि दर वैश्विक औसत के बराबर रही है, लेकिन भारत में हिंदुओं का प्रतिशत 80% से घटकर 79% हो गया।
PEW Research Center Report
PEW Research Center की रिपोर्ट “How the Global Religious Landscape Changed from 2010 to 2020” के अनुसार, पिछले एक दशक में वैश्विक धार्मिक जनसंख्या में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला है। मुस्लिम आबादी 2010 में 23.9% थी, जो 2020 में बढ़कर 25.6% हो गई है। इसके विपरीत, ईसाई आबादी में गिरावट दर्ज की गई है 2010 में 30.6% से घटकर 2020 में 28.8% रह गई। हिंदू आबादी वैश्विक स्तर पर लगभग स्थिर रही है, लेकिन भारत में इसका प्रतिशत 80% से घटकर 79% हो गया है। वहीं, बिना किसी धार्मिक पहचान वाले लोगों (“nones”) की संख्या में 270 मिलियन की वृद्धि हुई है, जिससे अब वे वैश्विक आबादी का 24.2% हिस्सा बनाते हैं।
PEW Research Center Report Update
PEW रिपोर्ट में इस्लाम की तेज़ वृद्धि का मुख्य कारण धर्मांतरण नहीं, बल्कि प्राकृतिक जनसंख्या वृद्धि बताया गया है। मुस्लिम समुदायों में औसत आयु 24 वर्ष है, जो गैर-मुस्लिमों की तुलना में 9 वर्ष कम है। इसके अलावा, प्रति मुस्लिम महिला औसतन 2.9 बच्चे होते हैं, जबकि गैर-मुस्लिम महिलाओं में यह आंकड़ा 2.2 है। युवा जनसंख्या और उच्च जन्म दर के कारण इस्लाम की वैश्विक हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।
क्षेत्रीय वितरण की बात करें तो एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी है, जो लगभग 1.2 अरब है। मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में मुस्लिम आबादी का प्रतिशत 94% तक पहुंच चुका है। भारत इस सूची में तीसरे स्थान पर है, जहां मुस्लिम आबादी लगभग 213 मिलियन है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इस्लाम वैश्विक स्तर पर सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला धर्म बन चुका है।