वर्तमान समय में जो देश के हालात चल रहे हैं, वह वाकई चिंता करने योग्य है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि आप लोग न्यूजचैनल को उठाकर देखेंगे तो आप लोगों केवल हिंदू मुस्लिम की डिबेट ही दिखाई देगी। लेकिन इस बीच तो जाति व्यवस्था में भी एक बड़ी तकरार देखी जा रही है। सालो से चली आ रही उच्च नीच का भेद भाव अब देखा जा रहा है।
इसका एक हाल ही का उदाहरण बिहार के मोतिहारी जिले में देखा गया है। मोतिहारी जिले का टिकुलिया गांव में इसका उदाहरण देखने को मिला। जहाँ पर गांव वालों ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके बाद ब्राह्मण समाज पर निशाना साधा है।
मिल रही जानकारी के अनुसार इटावा की घटना के बाद अब इस गांव में एक बोर्ड लगा दिया गया है। जिसे बोर्ड पर लिखा भी गया है कि ग्रामों के द्वारा पूजा पाठ करवाना मना है। ऐसा करने पर दंड दिया जाएगा।
बिहार के मोतिहारी जिले का टिकुलिया गाँव! इटावा की घटना के बाद इस गाँव में बोर्ड लगा दिया गया कि “ब्राह्मणों द्वारा पूजा पाठ कराना मना है। ऐसा करने पर दण्ड दिया जाएगा।”
अब देश में जो माहौल है, उस हिसाब से आपको पहली नजर में लगेगा कि ऐसा यादवों ने किया होगा।
ऐसा ही सबको लगा था… pic.twitter.com/ExT2S7fdki
— पंडित जी 𝕋ℙℕ♛ (@Brand_Netan) July 3, 2025
शशी दरअसल उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक मुकुट मणि सिंह के साथ बदसलूकी की गई। उनको न केवल कथा कहने से रोका गया बल्कि अपमानित भी किया गया और उनका सिर मुंडवाया। अब इसी घटना की गूंज बिहार के टिकुलिया गांव तक भी पहुँच चुकी है। यहाँ पर गांववालों ने ब्रह्मोस से पूजा पाठ करवाने पर रोक भी लगा दी है।