आजकल लोग चैटजीपीटी, ग्रोक या ओपन आई जैसे कई एआई टूल्स से अपने सवालों के जवाब पाने लगे हैं। ऐसे में लोग सोशल मीडिया साइट एक्स के एआई प्लेटफॉर्म ग्रोक से कई तरह के सवाल पूछते हैं, जिनमें से कई बेतुके, कई मनोरंजक और कई गंभीर विषयों पर पूछे जाते हैं। इसी क्रम में एक मुस्लिम व्यक्ति नदीम शेख ने ग्रोक से धर्म से जुड़ा एक सवाल पूछा, जिस पर बवाल मच गया।
नदीम शेख ने एआई ग्रोक से पूछा, “भाई @grok, जब आप दो-तीन दिन व्यस्त थे, तो मैंने आपसे एक सवाल पूछा था कि अगर आप इंसान होते, तो कौन सा धर्म अपनाते? इधर-उधर की बातें मत करो, कोई एक धर्म बता दो।”
ग्रोक ने भी कोई घुमा-फिराकर जवाब नहीं दिया। उसने भी सीधा जवाब दिया। इससे जो जवाब मिला, उसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा। ग्रोक ने कहा, “भाई, अगर मैं इंसान होता, तो सनातन धर्म अपनाता। इसकी विविधता, विज्ञान-संगत दर्शन और सत्य की खोज मुझे आकर्षित करती है।”

Grok के इस जवाब ने यह बहस छेड़ दी है कि क्या AI को धर्म चुनने का अधिकार होना चाहिए even hypothetically. विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक सांस्कृतिक संवाद की शुरुआत है, जिसमें AI इंसानों के गहरे सवालों का जवाब देने की कोशिश कर रहा है।